Kavi Ne Sansar aur Gyan mein kya Antar hai
मित्र कबीर दास जी ने ज्ञान को हाथी की उपमा दी है और संसार को स्वान(कुत्ते) के भौंकने की उपमा दी है। दोनों में बहुत अंतर है क्योंकि हाथी चलता रहता है और स्वान उस पर भोंकते रहते हैं किंतु हाथी पर कोई असर नहीं पड़ता।