Kavita ke ant mein 2 mahatvapoorna prathna kya kya hain? From poem atmatran
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
कविता के अंत में दो प्रार्थनाएँ कि गई हैं। सबसे पहली प्रार्थना यह है कि सुख के क्षण में ईश्वर को याद करता रहूँ। उसे कभी न भूलूँ। दूसरी प्रार्थना यह है कि मैं दुख के समय में तुम पर अखंड विश्वास रखूँ। दुख क्षणों में प्रायः लोगों का विश्वास हिल जाता है। अतः लेखक उस विश्वास को बनाए रखने की प्रार्थना करता है।