Khelo ka mahatv par anuched
मस्कार मित्र!
मनुष्य के जीवन में आरंभ से ही खेलों का महत्व रहा है। खेलों के बिना उसका जीवन अधूरा है। प्राचीन समय में तो उसके मनोरंजन का साधन खेल ही हुआ करते थे। आज के युग में मनोरंजन के अनेक साधन उपलब्ध हैं। फिर भी खेलों का महत्व वैसे का वैसा ही बना हुआ है। खेलों से जहाँ स्वास्थ्य बढ़ता है, वहीं मनोरंजन भी होता है। आज खेलों के माध्यम से मनुष्य उज्जवल भविष्य भी पा रहे हैं। खेलों को अपनाने से खिलाड़ी देश-विदेश में यश और धन दोनों कमा रहे हैं। मनुष्य को चाहिए कि वह नियमित रूप से खेलों में भाग लेता रहे। इससे शरीर में रक्त-संचार सही रहता है। स्फूर्ति तथा उत्साह भी बढ़ता है। विद्यार्थियों के लिए तो खेल एक उत्तम औषधि के समान है। पढ़ाई करने के बाद खेलने से मन को नई शक्ति प्राप्त होती है। लगातार पढ़ने से उत्पन्न झुंझलाहट भी समाप्त होती है। इन सबको देखते हुए हम खेलों के महत्व को नकार नहीं सकते हैं।
ढेरों शुभकामनाएँ!
मनुष्य के जीवन में आरंभ से ही खेलों का महत्व रहा है। खेलों के बिना उसका जीवन अधूरा है। प्राचीन समय में तो उसके मनोरंजन का साधन खेल ही हुआ करते थे। आज के युग में मनोरंजन के अनेक साधन उपलब्ध हैं। फिर भी खेलों का महत्व वैसे का वैसा ही बना हुआ है। खेलों से जहाँ स्वास्थ्य बढ़ता है, वहीं मनोरंजन भी होता है। आज खेलों के माध्यम से मनुष्य उज्जवल भविष्य भी पा रहे हैं। खेलों को अपनाने से खिलाड़ी देश-विदेश में यश और धन दोनों कमा रहे हैं। मनुष्य को चाहिए कि वह नियमित रूप से खेलों में भाग लेता रहे। इससे शरीर में रक्त-संचार सही रहता है। स्फूर्ति तथा उत्साह भी बढ़ता है। विद्यार्थियों के लिए तो खेल एक उत्तम औषधि के समान है। पढ़ाई करने के बाद खेलने से मन को नई शक्ति प्राप्त होती है। लगातार पढ़ने से उत्पन्न झुंझलाहट भी समाप्त होती है। इन सबको देखते हुए हम खेलों के महत्व को नकार नहीं सकते हैं।
ढेरों शुभकामनाएँ!