Khoya adivasiyo Ne Jis Tarah Se Lagne ke khilaf ladai Ki Us baare mein batate Huye Apne Mitra ko Patra likhiye

प्रिय मित्र!
आपका प्रश्न स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। आपके प्रश्न से प्रतीत होता है कि आदिवासियों के अधिकारों के बारे में आप अपने मित्र को पत्र लिखना चाहते हैं। हम आपके प्रश्न के लिए अपने विचार दे रहे हैं। आप इसकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।

पता--------
दिनांक-----

प्रिय मित्र सुरेश,
बहुत प्यार!
तुम्हारी कुशलता और प्रसन्नता की कामना करता हूँ। मित्र, समाज ने हमें बहुत कुछ दिया है और हमारा भी कर्तव्य है कि हम भी समाज को कुछ दें। आदिवासियों के बारे में तुम जानते ही होगे। आदिवासी भी इसी समाज का हिस्सा हैं। कुछ मतलबी लोगों ने अपने फायदे के लिए हमारे क्षेत्र के आदिवासियों को उनके अधिकारों से वंचित रखा है। मैं इन आदिवासियों के बीच जाकर उन्हें उनके अधिकारों के  बारे में जानकारी दे रहा हूँ। अपने अधिकार और अस्तित्व की लड़ाई उन्हें स्वयं लड़नी है। मैंने उन्हें दूसरे आदिवासियों के बारे में भी बताया है। इन्होंने अपने अधिकारों के लिए जमींदारों के खिलाफ आंदोलन किया और जीता भी।

मित्र, अब मैं पत्र समाप्त करता हूँ। तुम्हारे घर में सब कैसे हैं? अपने माताजी और पिताजी को मेरा प्रणाम कहना।

तुम्हारा मित्र,
रमेश
 
 

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