kisi bhi vayakti ki pachan uske kul se hoti hai ya karm se hoti hai?tark sahit uttar dijiye

मनुष्य अपने वंश से जाना जा सकता है। परन्तु उसके कर्म अच्छे नहीं है, तो उसके उच्च वंश का होने का कोई लाभ नहीं है। लोग उसके कर्मों की ओर देखेंगे उसके वंश की ओर नहीं।  यदि एक ऊँचे वंश का व्यक्ति बड़ों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करता, सबका आदर नहीं करता, सबसे लड़ता रहता है, बुरे कामों में लिप्त रहता है और जिसमें हर तरह की बुरी आदतें है, वह किसी का भला नहीं करता। वह व्यक्ति समाज के समक्ष आदर का पात्र नहीं होगा। एक व्यक्ति निम्न वंश का है लेकिन लोगों की मदद के लिए सदैव तैयार रहता, सबका समान रुप से आदर करता है, सबसे प्रेम से रहता है और बुरी आदतों व बुरे कार्यों से दूर रहता है, परोपकार उसका धर्म है, वह सबके लिए आदर करने के योग्य हैं। भीमराव अंबेडकरक ऐसे ही व्यक्ति थे। जिनका वंश उच्च न रहा हो। परन्तु उनके कार्यों के कारण लोग उनके समक्ष आदर से झुक जाते थे।
 

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