maam can u please explain to me to me this part?
तु म तुं ग हिमालयश्रृंग
यदि इस पंक्ति में तुंग के स्थान पर उसका पर्यायवाची शब्द पर्वत रख दिया जाए, तो यहाँ शब्दालंकार नहीं रहेगा। यह इस प्रकार होगा-
तुम पर्वत हिमालय श्रृंग
इस प्रकार इस पंक्ति का चमत्कार समाप्त हो गया है और इसका सौंदर्य भी नहीं रहा है।
how is it that the magic of the word it gone?यदि इस पंक्ति में तुंग के स्थान पर उसका पर्यायवाची शब्द पर्वत रख दिया जाए, तो यहाँ शब्दालंकार नहीं रहेगा। यह इस प्रकार होगा-
तुम पर्वत हिमालय श्रृंग
इस प्रकार इस पंक्ति का चमत्कार समाप्त हो गया है और इसका सौंदर्य भी नहीं रहा है।
how is it that the magic of the word it gone?
मित्र शब्दालंकार का अर्थ होता है, शब्द के माध्यम से कविता या काव्य में चमत्कार उत्पन्न करना। हमने आपको यह समझाने के लिए एक उदाहरण दिया था। एक साधारण पंक्ति में और अलंकार का प्रयोग की हुई पंक्ति में बहुत अंतर होता है। इसलिए यदि एक शब्द भी बदल जाता है, तो कविता का रस समाप्त हो जाता है। अब आपको समझाते हैं कैसे-
पावस ऋतु थी, पर्वत प्रदेश,
पल-पल परिवर्तित प्रकृति-वेश
हम आप इन दोनों पक्तियों का उच्चारण कीजिए। इसके बाद उस पंक्ति को उच्चारित कीजिए जिसमें हम बदलाव कर रहे हैं-
वर्षा की ऋतु थी, पर्वत प्रदेश में,
हर पल बदल रही थी प्रकृति अपना रूप
यह दोनों पंक्तियाँ अब गद्य की तरह दिखाई दे रही हैं। ऊपर वाली पंक्तियों में कवि ने अनुप्रास अलंकार, पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार का प्रयोग किया है। अब इन दोनों की तुलना कीजिए। ऊपर वाली पंक्तियों में गायन क्षमता है, पढ़ने में प्रभावशाली है। यही कविता का में उत्पन्न किया गया चमत्कार है। आशा करती हूँ आपको अपने प्रश्न का उत्तर मिल गया होगा कि एक शब्द के बदलने से कैसे चमत्कार चला जाता है।