Meaning of this line in hindi .... Mata ka anchal ... kritika bhaag 2...
मित्र,
ये तुकबंदी के शब्द है । इसका प्रयोग गाँव के लोग अपने मनोरंजन एवं चिढ़ाने के लिए करते हैं।
इसका शाब्दिक अर्थ यह है -माई पुुुआ पकाती है, हम पुआ खातेे हैं, हम जुआ नहीं खेलते हैं।