Meera me pad ka pratipadya vishay likhiye?

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आपके प्रश्न के लिए हम अपने विचार दे रहे है। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
 
मीरा के पदों में कृष्ण की भक्ति का रस है। मीरा अपने को भूलकर कृष्ण के प्रेम में रंगना चाहती है। वे कृष्ण की सेवा करके अपना जीवन सफल करना चाहती है। मीरा के पदों में कृष्ण के प्रति असीम भक्ति और अनुराग दिखाई देता है। प्रेम और वियोग की मार्मिक अभिव्यक्ति मीरा ने अपने पदों के माध्यम से की है। मीरा ने संयोग और वियोग दोनों में अपने प्रेम की अभिव्यक्ति की है मीरा के पदों में वृन्दावन की कुंज गलियों में गोविन्द लीला का गान हैं मीरा को श्रीकृष्ण की भक्ति में लाभ ही लाभ दिखाई देते हैं। मीरा बाई श्रीकृष्ण की भक्ति करके मोक्ष पाना चाहती है। श्रीकृष्ण की भक्ति का गान करके अपने सारे संकट दूर करना चाहती है ताकि उनकी बांसुरी की मधुर तान को सुनने का मौका मिलता रहे। यही मीरा के पदों के प्रतिपाद्य है

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