Mitrata par 5 dohe

मित्र हम आपको इस विषय पर एक दोहा उपलब्ध करवा रहे हैं। बाकी आप स्वयं ढूँढिए-

कह रहीम संपति सगे, बनत बहुत बहु रीत। बिपत्ति-कसौटी जे कसे, तेई साँचे मीत।।

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