Nawab sahab ne khire ki acchai v burai ka ek saath varnan kaise kiya? RSVP!!

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नवाब साहब पहले तो खीरा खाना चाहते थे। नवाब साहब ने खीरे की पनियाती फाँकों के ऊपर जीरा-मिला नमक और लाल मिर्च की सुर्खी बुरक दी और तारीफ़ करते हुए कहा कि  जनाब यह बेहतरीन `बालम` खीरा है। लेखक के खाने से इंकार कर देने पर उनको अपनी नवाबी दिखाने के लिए खीरे को फेंकना पड़ा। तब नवाब साहब ने खीरे की बुराई करते हुए कहा कि खीरा खाने में तो अच्छा होता है, पर शीघ्र हजम नहीं होता।
 

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