pariksha me asafal hone par apne mitra ko santvana patra likhiye

25, होर्न बाई रोड, 

मुंबई। 

दिनांक: ............. 

 

प्रिय विकास, 

बहुत प्यार! 

हमारे मित्र गोविंद से तुम्हारा परीक्षा परिणाम जानकर बहुत हैरानी हुई कि तुम इस वर्ष अपनी कक्षा में अनुत्तीर्ण हो गए हो। मित्र दुखी होने की आवश्यकता नहीं है। विद्यालय में तुम सभी अध्यापकों के प्रिय हुआ करते थे। मुझे अच्छी तरह से पता है, तुमने रात-रात जागकर अपनी पढ़ाई की है। तुमने वे सभी प्रयास किए हैं जो एक विद्यार्थी को करने चाहिए। तुम्हारे इन प्रयासों का मैं साक्ष्य हूँ। तुमने पिछली सभी कक्षाओं में प्रथम स्थान प्राप्त किया है जो तुम्हारी बुद्धिमता का प्रमाण देते हैं। तुम्हारे परीक्षा परिणाम के विषय में सुनकर तो विश्वास ही नहीं होता कि यह तुम्हारा परिणाम है। मित्र अधिक दुखी होने की आवश्यकता नहीं है। मेरी तुमको यही सलाह है कि तुम अगली परीक्षा के लिए अभी से परिश्रम करने में जुट जाओ। भगवान ने चाहा तो तुम्हें सफलता अवश्य मिलेगी। असफलता हमें एक सबक देती हैं। इससे सबक लेकर अपनी कमियों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए। देखना अगली बार तुम फिर से प्रथम स्थान प्राप्त करोगे। मेरी शुभकामनाएँ सदैव तुम्हारे साथ हैं। 

आशा करता हूँ कि तुम विलाप करना छोड़कर अपनी पढ़ाई में लग गए होगें। सबको मेरा प्रणाम कहना। 

तुम्हारा मित्र, 

विनय

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