Pl give a short summary of diwanom ki hasthi

मित्र!
आपके प्रश्न के उत्तर में हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।

भगवती चरण वर्मा की कविता दीवानों की हस्ती में जीवन के प्रति नजरिए को दर्शाया गया है। बेफिक्री और मस्तमौला – दीवाने लोग साधारण मिजाज के नहीं होते हैं। उनका जीवन बेफिक्री वाला होता है। दीवाने आम लोगों से अलग होते हैं। दीवानों के लिए कोई अपना या पराया नहीं होता है। वो  दुःख को अनुभव करना जानते हैं। आम आदमी जीवन के बंधनों में बंधा होता है, मगर दीवाने सभी बंधनों से मुक्त होते हैं।

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