Please give the answer for this question (very urgent)
मित्र!
इस विषय पर आरंभ करके दे रहे हैं। इसे स्वयं विस्तारपूर्वक लिखने का प्रयास करें-
माँ- निधि क्या देख रही हो?
निधि- माँ! मैं खतरों के खिलाड़ी देख रही हूँ।
माँ- यह कैसा कार्यक्रम है? जिसमें न सिर है और न पैर। बस बेकार की बातें दिखाते हैं।
निधि- नहीं माँ यह मज़ेदार है। प्रसिद्ध लोग कैसे खतरों का सामना करते हैं। उनके साहस और रोमांच को दिखाते हैं इसमें।
माँ- बेटा ये सब बातें मूर्खता है। इनसे कुछ सीखने को नहीं मिलता है। बस बेकार का समय बर्बाद है। इससे अच्छा है कि तुम दूरदर्शन में ज्ञानवर्धक कार्यक्रम देखो।
इस विषय पर आरंभ करके दे रहे हैं। इसे स्वयं विस्तारपूर्वक लिखने का प्रयास करें-
माँ- निधि क्या देख रही हो?
निधि- माँ! मैं खतरों के खिलाड़ी देख रही हूँ।
माँ- यह कैसा कार्यक्रम है? जिसमें न सिर है और न पैर। बस बेकार की बातें दिखाते हैं।
निधि- नहीं माँ यह मज़ेदार है। प्रसिद्ध लोग कैसे खतरों का सामना करते हैं। उनके साहस और रोमांच को दिखाते हैं इसमें।
माँ- बेटा ये सब बातें मूर्खता है। इनसे कुछ सीखने को नहीं मिलता है। बस बेकार का समय बर्बाद है। इससे अच्छा है कि तुम दूरदर्शन में ज्ञानवर्धक कार्यक्रम देखो।