Please give the answer of question 1
मित्र!
हम यहाँ इस कविता के लिए अपने विचार दे रहे हैं। अपठित कविता या गद्यांश का भाव आप स्वयं लिखने का प्रयास करें। इससे आपका लेखन अच्छा होगा:-
इस कविता में कवि ने खेतों में पकी फसलों का वर्णन किया है। खेतों में फसलों का सौन्दर्यात्मक वर्णन करके कवि कल्पना को साकार रूप दे रहे हैं। अरहर की फलियां खूब लगी हुई हैं जिससे उसकी टहनी एकदम झुकी हुई लगती है। खेतों की शोभा देखते ही बनती है। सरसों के दाने लड़ियों की तरह से लगे हैं। सरसों के पौधे सरसों के भार से झुके जाते हैं। बरसाती लता की तरह उसके फूल झूम रहे हैं। मटर, चने और गेहूं के खेत लहलहा रहे हैं। जलाशय और घास का कवि ने सुंदर वर्णन किया है। अलसी, गेहूं और मैथी का सौन्दर्यात्मक वर्णन किया है। मधु-मक्खियों की उपस्थिति और मनभावन सुगंध की मादकता कविता में रूचि ला देते हैं। देहात का मनभावन दृष्य कवि ने अपनी कविता में एक-एक करके पिरो दिया है।