Pls answer it today .. Tomorrow is my hindi exam...
Atmakathya aur chaya mat chuna ke adhaar par jayshankar prasad aur girijakumar mathur ki vichardhara mein antar spasht karo..

मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
'छाया मत छूना' में कवि भविष्य का वरण करने के लिए बीते समय को भूलने के लिए कहता है। उसके अनुसार बीता क्षण मनुष्य को आगे बढ़ने नहीं देता है। अतः हमें यथार्थ को स्वीकार करके आगे बढ़ जाना चाहिए। 'आत्मकथ्य 'का कवि दूसरों को अपने जीवन के पहलू बताने से कतराता है। उसके अनुसार वह नहीं चाहता कि जीवन में उसकी कमियों, गलतियों, मिले धोखे और प्रेम के क्षणों को लोग जाने। ये यादें उसके जीवन का सहारा हैं और वे किसी को इन्हें दिखाना नहीं चाहता है।

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