Pls describe the mutiny held in 1857

Hi Mitul,
1857 का विद्रोह भारतीय इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह पहला ऐसा विद्रोह था जो बड़े व्यापक तौर पर भारत में उठ खड़ा हुआ था। अंग्रेजों द्वारा हो रहे अत्याचारों का जनता ने खुले तौर पर विरोध किया व अंग्रेजी शासन को उखाड़ फेंकने की भरसक कोशिश की थी। बुंदेलखंड से लेकर अवध तक और मध्य प्रदेश व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गाँव-गाँव में उस समय में अँगरेज़ों के विरुद्ध विद्रोह हुए थे। इसका मुख्य केन्द्र मेरठ से सैनिक विद्रोह के रुप में शुरु हुआ था। इस विद्रोह की शरुआत मंगल पांडे के विद्रोह के द्वारा मानी जाती है। उनको फाँसी दिए जाने के पश्चात तो मानो यह विद्रोह शांत होने के स्थान पर बढ़ता ही चला गया। इसके पश्चात तो भारत के अनेकों वीर लोगों ने अपनी आहुति देकर इस विद्रोह को व्यापक तौर पर फैलाए रखा। झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई, वीर कुँवर सिंह, तात्या टोपे, धुंधूपंत जी, अहमदशाह मौलवी, अजीमुल्ला जैसे वीरों ने अपनी वीरता से अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए थे। इस विद्रोह से मुख्य बातें ये हुई, प्रथम भारत की सत्ता से मुगलवंश का नामों-निशान मिट गया व भारत की बागडोर ईस्ट इंडिया कंपनी के हाथों से निकलकर इग्लैंड की महारानी के हाथों में आ गई।
यह विद्रोह सफल हो जाता यदि भारत के कुछ लालची लोग अपने स्वार्थ के लिए अंग्रेजों का साथ नहीं देते। उन लोगों के विश्वासघात ने इस विद्रोह को खत्म करने में मुख्य भुमिका निभाई अन्यथा भारत बहुत पहले ही आजाद हो जाता।
 
ढ़ेरो शुभकामनाएँ!

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