Prabhu ji Tum Deepak ham bati jaake Jyoti bhare Din raati Prabhuji Tum Moti Hum dhaga Jaise Sonhi millet Suhaga upyog mai eshwar aur Bhakt ki tulna kisse kisse Se Ki Gayi Hai

मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है-
उर्पयुक्त पंक्तियों में प्रभु और भक्त की तुलना इस प्रकार की गई है- दीपक और  उसकी बाती, मोती और धागे के समान की गई है तथा सोने तथा सुहागा से की गई है।  

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