Prem Ka Dhaga tootne par Pehle Ki Ghanti kyu nahi ho pata

मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है-
प्रेम को धागे के समान बताया गया है। धागे में गाँठ आ जाए, तो उससे कपड़े सिलना या मोती पिरोना असंभव हो जाता है। ऐसे ही प्रेम के संबंध में यदि किसी के मन में अविश्वास या कलेश का भाव आ जाए, तो वह पहले जैसा नहीं हो सकता है। एक बार किसी से लड़ाई होने पर उस लड़ाई का प्रभाव रिश्ते में जीवनभर रहता है। उसे पहले के समान करना बहुत कठिन हो जाता है।

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