Q 2 plese Tell fast Hindi
Dhanraj pella 's strugle and his student life in hindi in about 50 to 80 words
Fast please

मित्र!

आपका उत्तर इस प्रकार है-

धनराज पिल्लै भारतीय हॉकी टीम के कप्तान रह चुके हैं। उनका जन्म महाराष्ट्र में हुआ था। धनराज पिल्लै के पिता ग्राउंड्समैन अर्थात ग्राउंड की देख-भाल करते थे। उन्होंने अपने पाँचों बच्चों को हॉकी खेलना सिखाया। उनके पिता का इतना वेतन नहीं था कि पाँचों को हॉकी स्टिक दिला पाते इसलिए धनराज पिल्लै को कभी-कभी ही हॉकी स्टिक मिल पाती थी। वह टूटी स्टिक ओर पुरानी बॉल से ही अभ्यास करते थे। इनकी स्कूल की शिक्षा पुणे में हुई थी। एस.बी.एस.हाई स्कूल  से उन्होंने हॉकी खेलना आरंभ किया। जूनियर टीम से खेलते हुए वर्ष 1985 में वे इम्फाल गए। बाद में उनका चयन अपने स्कूल की सीनियर टीम के लिए भी हुआ। उनका आरंभ का जीवन बहुत कष्ट से ओर संघर्ष करते हुए बीता।   

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