Sachche mun mein ram baste hai- dohe ke sandarbhaanusaar spash kijiye

मित्र

बिहारी जी ईश्वर प्राप्ति के लिए धर्म कर्मकांड को दिखावा समझते थे। माला जपने, छापे लगवाना, माथे पर तिलक लगवाने से प्रभु नहीं मिलते। भगवान राम तो सच्चे मन की भक्ति से ही प्रसन्न होते हैं।

  • 0
What are you looking for?