sadak par lagi murtiyon ka uddeshya aur hamara kartavya par anuched

देश के प्रत्येक राज्य में हज़ारों  चौराहे विद्यमान हैं। इनमें से प्रतिदिन हज़ारों-लाखों लोग गुजरते हैं। अतः देखा गया है कि यहाँ पर हमारे बड़े तथा प्रसिद्ध व्यक्ति की मूर्तियाँ लगायी जाती हैं। यहाँ मूर्ति लगाने का उद्देश्य होता है कि लोगों की सीधी नज़र पड़े। लोग अपने इतिहास में विद्यमान इन लोगों से परिचित हों और उनके बारे में और अधिक जानने को उत्सुक हों। उनके प्रति उनका ध्यान जाए और वे अपने इतिहास के गौरवशाली लोगों तथा पलों से परिचित हो। इतिहास की पुस्तकों में इनके बारे में जानकारी दी गई होती है। परन्तु हर कोई व्यक्ति इतना शिक्षित नहीं होता कि अपने इतिहास के बारे में जान पाए। चौराहे पर लगी मूर्ति को देखकर वह अवश्य इनसे अवगत हो जाता है। अतः चौराहे पर लगी मूर्तियाँ लोगों को अपना परिचय स्वयं दे जाती है। अतः चौराहों पर मूर्तियाँ लगाना उचित है। हमारा कर्तव्य है कि इन मूर्तियों का सम्मान करें। इनकी रक्षा करें। यदि कोई इन्हें नुकसान पहुँचाए, तो उसे रोकें।

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