पद्यांशेषु रिक्तस्थानानि पूरयत-
(क) प्रिय मातुल! -------------------- प्रीतिम्।
(ख) कथं प्रयास्यसि --------------------।
(ग) -------------------- क्वचिदवकाश:।
(घ) -------------------- दास्यसि मातुलचन्द्र!।
(ङ) कथमायासि न -------------------- गेहम्।
(क) प्रिय मातुल! वर्धय मे प्रीतिम्।
(ख) कथं प्रयास्यसि मातुलचन्द्र।
(ग) नैव दृश्यते क्वचिदवकाश:।
(घ) मह्यं दास्यसि मातुलचन्द्र!।
(ङ) कथमायासि न भो! मम गेहम्।