पद्यांशेषु रिक्तस्थानानि पूरयत-

() प्रिय मातुल! -------------------- प्रीतिम्‌।

() कथं प्रयास्यसि --------------------

() -------------------- क्वचिदवकाश:

() -------------------- दास्यसि मातुलचन्द्र!

() कथमायासि न -------------------- गेहम्‌।

() प्रिय मातुल! वर्धय मे प्रीतिम्‌।

() कथं प्रयास्यसि मातुलचन्द्र

() नैव दृश्यते क्वचिदवकाश:

() मह्यं दास्यसि मातुलचन्द्र!

() कथमायासि न भो! मम गेहम्‌।

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