Solve this:
प्रश्न 1 आप दुर्गा पूजा का त्योहार मनाने अपने नाना-नानी या दादा-दादी के घऱ कलकत्ता गए थे। आपने वहाँ त्योहार कैसे मनाया था, चित्र सहित वर्णन करें।
प्रश्न 2 चित्रकला सीखने के बारे में दो मित्रों के बीच हुई बातचीत को संवाद के रूप में लिखिए।
प्रश्न 3 दहेज प्रथा - 'एक सामाजिक कुरीति' विषय पर 100-150 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए।
मित्र!
आपके प्रश्न के लिए हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
हम इस बार दुर्गा पूजा मनाने के लिए कलकत्ता आए हैं। कलकत्ता में हमारी दादी और दादा रहते हैं। कलकत्ता में दुर्गा पूजा बड़ी धूम-धाम से मनाई जाती है। यहाँ पर दुर्गा पूजा साल में दो बार मनाई जाती है। चैत्र दुर्गा पूजा जो मार्च-अप्रैल के माह में मनाई जाती है और शारदीय दुर्जा पूजा जो सितम्बर-अक्तूबर में मनाई जाती है। दुर्जा पूजा में मेले लगते हैं और बच्चे अपनी पसंद की मिठाईयाँ और खिलोने खरीदते हैं। सबसे शानदार दुर्गा पूजा कलकत्ते में मनाई जाती है। बड़े-बड़े पंडालों में दुर्गा की मूर्ति लगाई जाती है और पूजा की जाती है।
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हम इस बार दुर्गा पूजा मनाने के लिए कलकत्ता आए हैं। कलकत्ता में हमारी दादी और दादा रहते हैं। कलकत्ता में दुर्गा पूजा बड़ी धूम-धाम से मनाई जाती है। यहाँ पर दुर्गा पूजा साल में दो बार मनाई जाती है। चैत्र दुर्गा पूजा जो मार्च-अप्रैल के माह में मनाई जाती है और शारदीय दुर्जा पूजा जो सितम्बर-अक्तूबर में मनाई जाती है। दुर्जा पूजा में मेले लगते हैं और बच्चे अपनी पसंद की मिठाईयाँ और खिलोने खरीदते हैं। सबसे शानदार दुर्गा पूजा कलकत्ते में मनाई जाती है। बड़े-बड़े पंडालों में दुर्गा की मूर्ति लगाई जाती है और पूजा की जाती है।