speech on मधुर वाणी 
 

मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-

हर मनुष्य की ताकत उसकी वाणी होती है। वाणी के माध्यम से ही वह अपने मन के विचारों तथा भावों को व्यक्त कर पाता है। दूसरों के साथ आपसी तालमेल बनाता है। वाणी के माध्यम से वह दूसरों से जुड़ता है। वाणी का महत्व ही है कि वह दूसरों को अपना मित्र तथा शुत्र बना लेता है। मनुष्य की वाणी जितनी मधुर होगी, उससे लोग उतना ही प्रेम ​करेंगे। उसके साथ रहना चाहेंगे। उसके मित्र बनेंगे। इसके विपरीत जिस मनुष्य की वाणी कठोर है, लोग उससे उतनी नफरत करेंगे। उससे दूर भागेंगे। कोयल और कौवा दोनों ही काले होते हैं। लोग कोयल को प्रेम से और कौवे को नफरत से देखते हैं। वाणी ने उन दोनों को  समाज में अलग कर दिया है। अतः वाणी के महत्व को समझते हुए हमें मधुर वाणी अपनानी चाहिए।

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NOOOO
 
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