Surdas ji ka sahityik Parichay ??

प्रिय विद्यार्थी , 

आपके प्रश्न का उत्तर है -
सूरदास का साहित्यिक परिचय । 
सूरदास भक्ति काल के कृष्णभक्ति शाखा के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण कवि हैं । वे ब्रजभाषा में रचना करते थे । उनकी रचनाओं में ब्रजभाषा का निखर हुआ रूप मिलता है । वे वल्लभाचार्य के शिष्य थे और अष्टछाप के कवियों में से एक थे । वे वात्सल्य और शृंगार रस के कवि थे , उनकी रचनाओं में वात्सल्य रस का बहुत ही उत्तम रूप दिखता है । उनके तीन ग्रंथ हैं - सूरसागर , साहित्य लहरी , और सूर सारावली । 

आभार । 
 

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