"tatkalin samaj mein aaye sprashya aur asprashya bhavna mein aaj aaye parivartan " ke baare mein kya aap mujhe bata sakte h

मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-

आज समाज में अस्पृश्ता की भावना बहुत कम दिखाई देती है। नई पीढ़ी उदारवादी है। उसे इस प्रकार के भेदभाव से कोई सरोकार नहीं है, वह मनुष्य को महत्व देती है। उसके गुणों को पहचानती है। इस प्रकार के भेदभाव से वे कोसों दूर है। यह स्थिति ऐसे स्थानों में है, जहाँ के लोग अशिक्षित हैं। उनकी संकीर्ण मानसिकता उन्हें बाहर नहीं आने देती है।

  • 0
What are you looking for?