Topic- dharm ke liye andhvishvas sahi h, ke hisab se question 1 ka uttar dijiye|
Thankyou
Chapter- Harihar kaka
मित्र
1- मनुष्य का विश्वास और अंधविश्वास दोनों में बहुत अंतर है। विश्वास सकारात्मकता लिए हुए होता है जबकि अंधविश्वास में नकारात्मकता अधिक होती है। अंधविश्वास मनुष्य को आंतरिक स्तर पर कमज़ोर बनाता है। वह ऐसी बातों पर विश्वास करने लगता है, जिनका कौई औचित्य नहीं होता। मनुष्य इस विकार से ग्रस्त है तो समाज का बच पाना संभव नहीं है। भारतीय समाज में तो इसकी जड़ें बहुत गहरी है। हर अच्छे-बुरे काम में अंधविश्वास की छाया दिखाई दे जाएगी। घर से निकलते हुए छींक आ जाना, बिल्ली रास्ता काट जाना, पूजा के दीए का बीच में बुझ जाना, आधी रात में कुत्ते भौंकना या उल्लू का रोना इत्यादि बातें है, जिससे लोग सदियों से डरते आ रहे हैं। भारतीय समाज को इन्हीं अंधविश्वासों ने कोसों पीछे छोड़ रखा है।
1- मनुष्य का विश्वास और अंधविश्वास दोनों में बहुत अंतर है। विश्वास सकारात्मकता लिए हुए होता है जबकि अंधविश्वास में नकारात्मकता अधिक होती है। अंधविश्वास मनुष्य को आंतरिक स्तर पर कमज़ोर बनाता है। वह ऐसी बातों पर विश्वास करने लगता है, जिनका कौई औचित्य नहीं होता। मनुष्य इस विकार से ग्रस्त है तो समाज का बच पाना संभव नहीं है। भारतीय समाज में तो इसकी जड़ें बहुत गहरी है। हर अच्छे-बुरे काम में अंधविश्वास की छाया दिखाई दे जाएगी। घर से निकलते हुए छींक आ जाना, बिल्ली रास्ता काट जाना, पूजा के दीए का बीच में बुझ जाना, आधी रात में कुत्ते भौंकना या उल्लू का रोना इत्यादि बातें है, जिससे लोग सदियों से डरते आ रहे हैं। भारतीय समाज को इन्हीं अंधविश्वासों ने कोसों पीछे छोड़ रखा है।