Vyatha aadmi ko parajit nahi krti balki ussey aage badne ka sandesh deti hai. Vistaar kijiye.
Pls answer quickly.

उत्तर -
तीसरी कसम फिल्म की कथा अत्यंत मार्मिक साहित्यक रचना पर बनी एक मार्मिक संवेदनशील साहित्यक फिल्म है। फिल्म में भावनाओं का उचित व सटीक वर्णन हुआ है। किसी कविता में ही ऐसी संवेदना और भावना देखने को मिलती है। इस फिल्म में मनुष्य को व्यथा से लड़कर आगे बढ़ने का संदेश दिया गया है। व्यथा मनुष्य को हार मानना या दुखी होना नहीं सिखाती बल्कि व्यथा मनुष्य को और अधिक मज़बूत बनाकर उभारने का काम करती है। व्यथा को झेलने वाले मनुष्य के अंदर एक आंतरिक शक्ति का संचार होता है जो उसे हारने तथा हार मानने नहीं देता।
 

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