what are the five lessons that we get from the chapter " rahim ke dohe" ?
इस पाठ से हमें निम्नलिखित शिक्षा मिलती है-
1. मित्र की परख विपत्ति में होती है।
2. मनुष्य को मोह को त्याग देना चाहिए।
3. हमें संपत्ति का का संचयन दूसरों की सहायता हेतु करना चाहिए।
4. बीते सुख को याद करते रहना मूर्खता होती है। सत्य को वरण कर हमें वर्तमान को धैर्य के साथ जीना चाहिए।
5. मनुष्य को अपने शरीर को धरती के समान मज़बूत बनाना चाहिए ताकि वह हर प्रकार के कष्ट को सह सके।
1. मित्र की परख विपत्ति में होती है।
2. मनुष्य को मोह को त्याग देना चाहिए।
3. हमें संपत्ति का का संचयन दूसरों की सहायता हेतु करना चाहिए।
4. बीते सुख को याद करते रहना मूर्खता होती है। सत्य को वरण कर हमें वर्तमान को धैर्य के साथ जीना चाहिए।
5. मनुष्य को अपने शरीर को धरती के समान मज़बूत बनाना चाहिए ताकि वह हर प्रकार के कष्ट को सह सके।