what do we learn from this chapter
मित्र हमें इस कहानी से यह शिक्षा मिलती है कि हमें अपने अंदर मानवीय गुणों का विकास करना चाहिए। प्रस्तुत नाटक में निर्जीव पात्र उस बच्ची को उसके घर पहुँचाने के लिए तत्पर रहते हैं। उनका उस बच्ची के प्रति स्नेह दर्शाया गया है। इसी प्रकार हमें भी ज़रुरतमंद व्यक्तियों की सहायता करनी चाहिए। परिवार के ब़ड़े लोगों को घर के बच्चों का भी ख्याल रखना चाहिए।