What I it meaning?
बस सपनों में देख रहे हैं
तरु की फुनगी पर के झूले।
मित्र
इस कविता में पक्षियों को अपनी स्वतंत्रता के प्रति आसक्ति दिखाई गई है। पक्षी कह रहे हैं कि अब तो उड़ना एक सपना ही बन गया है। हम जब उड़ते थे तो तरु की सबसे ऊंची डाल पर बैठकर झूलते थे। वह सारी बातें अब सपने में ही दिखाई देती हैं।
इस कविता में पक्षियों को अपनी स्वतंत्रता के प्रति आसक्ति दिखाई गई है। पक्षी कह रहे हैं कि अब तो उड़ना एक सपना ही बन गया है। हम जब उड़ते थे तो तरु की सबसे ऊंची डाल पर बैठकर झूलते थे। वह सारी बातें अब सपने में ही दिखाई देती हैं।