what ia vyatirek alankar???
व्यतिरेक- यहाँ उपमान की अपेक्षा उपमेय में विशषता दिखलाई जाती है। अर्थात उपमेय को उपमान की अपेक्षा हीन समझा जाता है;जैसे-
साधू ऊँचे शैल सम, किंतु प्रकृति सुकुमा
what ia vyatirek alankar???
व्यतिरेक- यहाँ उपमान की अपेक्षा उपमेय में विशषता दिखलाई जाती है। अर्थात उपमेय को उपमान की अपेक्षा हीन समझा जाता है;जैसे-
साधू ऊँचे शैल सम, किंतु प्रकृति सुकुमा