जब बोलते व पढ़ते समय अपनी बात को ठीक से कहने के लिए स्थान - स्थान पर रुकते हैं , उस रुकने की प्रक्रिया को व्याकरण की भाषा में विराम कहा जाता है। लिखते समय रोकने के स्थानों की स्पष्टता के लिए जिन चिह्नो का प्रयोग किया जाता है , उन्हें हम विराम - चिह्न कहते हैं। विराम - चिह्नों के सही प्रयोग से स्पष्टता आती है। यदि इन चिह्नो का सही प्रकार से प्रयोग न किया जाएँ तो कई समस्याएँ उत्पन्न हो जाती हैं ;
why is this used here ;
मित्र यह इसलिए लगा है क्योंकि यहाँ हम पूर्णविराम से कम समय तथा अल्पविराम से अधिक समय के लिए रुकें हैं। यह अर्धविराम कहलाता है।