yadi vismayadibodhak Shabd Na Hote To Apne Bhavo ki adhikta Kaise prakt Karte Kalpana kijiye
मित्र
यदि विस्मयादिबोधक शब्द नहीं होते, तो हम घृणा, हर्ष, शोक, तिरस्कार इत्यादि भावों को शब्दों से व्यक्त नहीं कर पाते। तब हमें अपने शारीरिक भावों से इनको व्यक्त करना पड़ता।
यदि विस्मयादिबोधक शब्द नहीं होते, तो हम घृणा, हर्ष, शोक, तिरस्कार इत्यादि भावों को शब्दों से व्यक्त नहीं कर पाते। तब हमें अपने शारीरिक भावों से इनको व्यक्त करना पड़ता।