what is the meaning of "nadiya seeche khet ko tota kutre aam suraj thekedar sa sabko baate kaam"

I don't know! And nobody's answering
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अक्सर नदियों के जल के माध्यम से खेतों को सींचने का काम किया जाता है। इसलिए यहां नदियों को संबोधित करते हुए कहा गया है नदियां खेतों को सींचती है। तोते इधर-उधर घूमकर अपना गुजारा करती है। कभी तो वह आम के बाग में जाकर पूरे आम को नष्ट कर देती है। इसलिए बागों में तोते द्वारा आम खाने का वर्णन किया गया है। दिन के शुरू होते ही संसार के सभी मनुष्य काम में जुट जाते हैं। दिन की शुरुआत सूरज से होती है। ठेकेदार ठेका लेकर सबको कार्य देते हैं, वहीं सूरज सबको प्रेरणा देते हुए काम करने के लिए प्रेरित करता है।
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अक्सर नदियों के जल के माध्यम से खेतों को सींचने का काम किया जाता है। इसलिए यहां नदियों को संबोधित करते हुए कहा गया है नदियां खेतों को सींचती है। तोते इधर-उधर घूमकर अपना गुजारा करती है। कभी तो वह आम के बाग में जाकर पूरे आम को नष्ट कर देती है। इसलिए बागों में तोते द्वारा आम खाने का वर्णन किया गया है। दिन के शुरू होते ही संसार के सभी मनुष्य काम में जुट जाते हैं। दिन की शुरुआत सूरज से होती है। ठेकेदार ठेका लेकर सबको कार्य देते हैं, वहीं सूरज सबको प्रेरणा देते हुए काम करने के लिए प्रेरित करता है।
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अक्सर नदियों के जल के माध्यम से खेतों को सींचने का काम किया जाता है। इसलिए यहां नदियों को संबोधित करते हुए कहा गया है नदियां खेतों को सींचती है। तोते इधर-उधर घूमकर अपना गुजारा करती है। कभी तो वह आम के बाग में जाकर पूरे आम को नष्ट कर देती है। इसलिए बागों में तोते द्वारा आम खाने का वर्णन किया गया है।

दिन के शुरू होते ही संसार के सभी मनुष्य काम में जुट जाते हैं। दिन की शुरुआत सूरज से होती है। ठेकेदार ठेका लेकर सबको कार्य देते हैं, वहीं सूरज सबको प्रेरणा देते हुए काम करने के लिए प्रेरित करता है।

 
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