does kavyansh and padyansh mean the same?
kisi bhi ek premchand ki kahani ka chitron (pictures) dwara likhein.............PLS help me in this!Thanking in Advance!
pakshiyon ki kuch mukhya visheshtaen batao jo unko pashuon se alag karti hai....
lesson 1
Q1) kal meri hindi ki terms hai. Girish karnad ki likhi hui "TUGLAK " book ka 1st n 2nd chapter hai, pl tell me ispar sawal kaise ayenge? aur uske jawab kaise likhne hai.
Q2) Tuglak mai mohammad ek main patra hai uska characteristic (charitra chitran) likhna hai. Pl give me ans
MY QUESTION IS THAT WHAT IS THE MEANING OF KADHI BOLI
can I have a paragraph on increasing terrorism in india in hindi ...pls ...its urgent
sandesh of the story nadan dost
Hello, m JASMINE SARKAR. Can u please explain me the meaning of UPARIHARYA.
Please give explanation of this:-
बिना विचारे जो करै, सो पाछे पछिताय।
काम बिगारै आपनो, जग में होत हंसाय॥
जग में होत हंसाय, चित्त चित्त में चैन न पावै।
खान पान सन्मान, राग रंग मनहिं न भावै॥
कह 'गिरिधर कविराय, दु:ख कछु टरत न टारे।
खटकत है जिय मांहि, कियो जो बिना बिचारे |
गुनके गाहक सहस नर, बिन गुन लहै न कोय ।
जैसे कागा-कोकिला, शब्द सुनै सब कोय ।
शब्द सुनै सब कोय, कोकिला सबे सुहावन ।
दोऊ को इक रंग, काग सब भये अपावन ॥
कह गिरिधर कविराय, सुनौ हो ठाकुर मन के ।
बिन गुन लहै न कोय, सहस नर गाहक गुनके |
1st uttar kya hey?
does kavyansh and padyansh mean the same?
kisi bhi ek premchand ki kahani ka chitron (pictures) dwara likhein.............
PLS help me in this!
Thanking in Advance!
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lesson 1
Q1) kal meri hindi ki terms hai. Girish karnad ki likhi hui "TUGLAK " book ka 1st n 2nd chapter hai, pl tell me ispar sawal kaise ayenge? aur uske jawab kaise likhne hai.
Q2) Tuglak mai mohammad ek main patra hai uska characteristic (charitra chitran) likhna hai. Pl give me ans
खण्ड 'क'
अपठित गद्यांश
प्रश्न1. निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर लिखिए–(2×4)(1×1)
मनुष्य का जीवन संसार के छोटे-बड़े प्राणियों और पदार्थों में श्रेष्ठ माना गया है। वह इसलिए कि मनुष्य बड़ा बुद्धिमान और कल्पनाशील प्राणी है। अपने विचारों के बल पर ही वह जो चाहे कर सकता है और बहुत ऊँचा उठ सकता है। परंतु विचार सच्चे और पवित्र होने के साथ–साथ मनुष्य के व्यवहारिक जीवन से संबंध रखने वाले होने चाहिए। इन्हीं बातों को आधार बनाकर 'सादा जीवन, उच्च विचार को मानव–जीवन की सफलता की सीढ़ी माना गया है। सादगी मनुष्य के पहनावे से नहीं, बल्कि उसके प्रत्येक हाव–भाव, विचार तथा जीवन के ढंग से टपकनी चाहिए। यही वास्तविक सादगी है, जो विचारों को भी उच्च बनाकर सब प्रकार की उन्नति और विकास का कारण बनती है। संसार का इतिहास इस बात का गवाह है कि आरंभ से ही सादगी पसंद व्यक्ति ही जनता को उच्च विचार देकर उन्नति और विकास की राह प्रशस्त करते आ रहे हैं। महात्मा बुद्ध, संत कबीर, गुरू नानक, महात्मा गांधी, डॉ. राधा कृष्णन, विनोबा भावे आदि इस तथय के प्रत्यक्ष प्रमाण हैं।
क. गद्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक लिखिए।
ख. मनुष्य का जीवन श्रेष्ठ क्यों माना जाता है?
ग. उन्नति करने के लिए मनुष्य के विचार कैसे होने चाहिए?
घ. गद्यांश में आए महापुरुषों में से कौन भारत के राष्ट्रपति रह चुके थे?
ङ. 'उन्नति' शब्द का विलोम शब्द लिखिए।
MY QUESTION IS THAT WHAT IS THE MEANING OF KADHI BOLI
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बिना विचारे जो करै, सो पाछे पछिताय।
काम बिगारै आपनो, जग में होत हंसाय॥
जग में होत हंसाय, चित्त चित्त में चैन न पावै।
खान पान सन्मान, राग रंग मनहिं न भावै॥
कह 'गिरिधर कविराय, दु:ख कछु टरत न टारे।
खटकत है जिय मांहि, कियो जो बिना बिचारे |
गुनके गाहक सहस नर, बिन गुन लहै न कोय ।
जैसे कागा-कोकिला, शब्द सुनै सब कोय ।
शब्द सुनै सब कोय, कोकिला सबे सुहावन ।
दोऊ को इक रंग, काग सब भये अपावन ॥
कह गिरिधर कविराय, सुनौ हो ठाकुर मन के ।
बिन गुन लहै न कोय, सहस नर गाहक गुनके |
1st uttar kya hey?