Board Paper of Class 10 2002 Hindi (SET 3) - Solutions
(ii) चारों खण्डों के प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
(iii) यथासंभव प्रत्येक खण्ड के उत्तर क्रमश: दीजिए।
- Question 1
निम्नलिखित अपठित गद्यांश के आधार पर दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए –
यह देहाती लक्ष्मी किन-किन रास्तों से भागती है, सो देखो। उन रास्तों को बंद कर दो। तब वह रूकी रहेगी। उसके भागने का पहला रास्ता बाज़ार है। दूसरा शादी-ब्याह, तीसरा साहूकार और चौथा व्यसन। इन चारों रास्तों को बंद करना शुरू करें।
सबसे पहले ब्याह-शादी की बात लीजिए। तुम लोग ब्याह-शादी में कोई कम पैसा खर्च नहीं करते। उसके लिए कर्ज़ भी उठाते हो। लड़की बड़ी हो जाती है, अपनी ससुराल में जाकर गृहस्थी करने लगती है। लेकिन शादी के ऋण से उसके माँ-बाप मुक्त नहीं होते। यह रास्ता कैसे मूँदा जाए? समारोह खूब करो। ठाठ-बाट में कमी नहीं होनी चाहिए। लेकिन मैं अपनी पद्धति से कम खर्च में पहले से भी ज़्यादा ठाठ-बाट तुम्हें देता हूँ। लड़के-लड़की की शादी माँ-बाप ठीक करें। लेकिन वहाँ उनका काम खत्म हो जाना चाहिए। शादी करना, समारोह करना, यह सारा काम गाँव का होगा। माँ-बाप शादी में एक पाई भी खर्च नहीं करेंगे। जो करेंगे उनको जुर्माना होगा, ऐसा कायदा गाँववालों को बना लेना चाहिए। लड़की जितने अपने माँ-बाप की है, उतनी ही समाज की भी है। आपका कर्ज़ घटेगा। झगड़े कम होंगे। सहयोग और आत्मीयता बढ़ेगी।
दूसरा रास्ता बाज़ार का है। तुम देहाती लोग कपास बोते हो। लेकिन सारा का सारा बेच देते हो। फिर बुनाई के वक्त बिनौले शहर से मोल लाते हो। कपास यहाँ पैदा करते हो, उसे बाहर बेचकर बाहर से कपड़ा खरीद लाते हो। गन्ना यहाँ पैदा करते हो, उसे बेचकर शक्कर बाहर से लाते हो। गाँव में मूंगफली, तिल्ली और अलसी होती है, लेकिन तेल शहर की तेल मिल से लाते हो। अब इतना ही बाकी रह गया है कि यहाँ से अनाज भेजकर रोटियाँ बंबई से मंगाओ। तुम्हें तो बैल भी बाहर से लाने पड़ते हैं। इस तरह सारी चीज़ें बाहर से लाओगे तो कैसे पार पाओगे?
बाज़ार में जाना क्यों पड़ता है। जिन चीज़ों की ज़रूरत पड़ती है, उन्हें भरसक गाँव में बनाने का निश्चय करो। स्वराज्य यानी स्वदेश का राज्य। पुराने ज़माने में हमारे गाँव स्वावलंबी थे। उन्हें सच्चा स्वराज्य प्राप्त था। इस रवैये को अपनाओ। फिर देखो, तुम्हारे गाँव कैसे लहलहाते हैं। तुम कहोगे..... यह महँगा पड़ेगा। यह केवल कल्पना है। मैं एक उदाहरण से समझाता हूँ। तेली चार आने ज़्यादा देकर चमार से महँगा जूता खरीदता है। उसकी जेब से आज चार आने गए। आगे चलकर वह चमार तेली से चार आने ज़्यादा देकर तेल खरीदता है। यानी उसके चार आने लौट आते हैं। जहाँ पारस्परिक व्यवहार होता है वहाँ महँगा-जैसा कोई शब्द ही नहीं है। गए हुए पैसे दूसरे रास्ते से लौट आते हैं। मैं उसकी महँगी चीज़ खरीदता हूँ, वह मेरी महँगी चीज़ खरीदता है। हिसाब बराबर। इसमें क्या बिगड़ता है।
देहात में प्रेम होता है, भाईचारा होता है। देहात के लोग अगर एक-दूसरे की ज़रूरतों का ख्याल नहीं करेंगे तो वह देहात ही नहीं है। वह शहर के जैसा हो जाएगा। शहर में कोई किसी को नहीं पूछता। वहाँ मक्खियों के समान जो आदमी भिनभिनाते रहते हैं, चींटियों की नाई जिनका तांता लगा रहता है, वह क्या आपसी प्रेम के लिए? शहर में स्वार्थ और लोभ है। गाँव प्रेम से बनता है।
यथार्थ लक्ष्मी देहात में है। पेड़ों में फल लगते हैं। खेतों में गहूँ होता है, गन्ना होता है। यही सब सच्ची लक्ष्मी है। यह सच्ची लक्ष्मी बेचकर तुम शहर से सस्ती चीज़ें लाते हो। लेकिन सभी ऐसा करने लगें तो देहात वीरान दिखाई देंगे।
तुम्हारे गाँव में चीज़ें न बनती हों, उनके लिए दूसरे गाँव खोजो। तुम्हारी ग्राम-पंचायतों को यह काम अपने ज़िम्मे लेना चाहिए। गाँव के झगड़े-टंटे दूर करने का काम तो पंचायतों का ही है, लेकिन गाँव से कौन-कौन सी चीज़ें बाहर जाती हैं, कौन-कौन सी बाहर से आती हैं, इसका ध्यान भी पंचायत को रखना चाहिए। नाका बनाकर फेहरिस्त बनानी चाहिए। बाद में वे चीज़ें बाहर से क्यों आती हैं, इसकी जाँच-पड़ताल करके उन्हें गाँव में ही बनवाने की कोशिश करनी चाहिए। फिर तुम ही चीज़ों के दाम ठहराओगे। जब सभी एक-दूसरे की चीज़ें खरीदने लगेंगे तो सब सस्ता ही सस्ता होगा। सस्ता और महँगा, ये शब्द ही नहीं रहेंगे।
(i) ग्राम-लक्ष्मी किन रास्तों से ग्राम से बाहर जाती है? (2)
(ii) ग्रामीण लोगों को विवाह पर धन न खर्च करने के लिए कौन-सा उपाय अपनाना चाहिए? (2)
(iii) प्राचीन युग में गाँवों की समृद्धि का क्या कारण था? (2)
(iv) लेखक ने गाँव और शहर में क्या अंतर बताया है? (2)
(v) लेखक ने किसे सच्ची लक्ष्मी की संज्ञा दी है? (2)
(vi) 'व्यसन' तथा 'समारोह' शब्दों का प्रयोग अपने वाक्यों में कीजिए। (2)
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- Question 2
निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए –
वक्त के साथ
सब कुछ बदल जाता है
जगह, चेहरे, सोच
और रिश्ते।
बेमानी हो जाते हैं शब्द,
चक्रव्यूह से घिर जाती हैं
भीष्म प्रतिज्ञाएं।
वक्त शिल्पी की तरह
दीवारों पर
खुद उकेरता है
इतिहास।
हम सिर्फ देखते हैं
दर्शक की तरह।
और रूपांतर करते हैं
अपनी-अपनी भाषाओं में
रूपांतर-शब्दों के
रूपांतर-प्रतिज्ञाओं के
जगह, चेहरे, सोच
और रिश्तों के।(i) वक्त के साथ क्या-क्या बदल जाते हैं? (2)
(ii) वक्त को शिल्पी क्यों कहा गया है? (2)
(iii) जो हम देखते हैं, उसे किस प्रकार प्रस्तुत करते हैं? (2)
(iv) रूपांतर किसका किया जाता है? (1)
(v) वक्त के साथ क्या-क्या बेमानी हो जाते हैं? (1)
अथवा
निराशाएँ छाती हैं
मकड़ी के जालों सी
तार-तार
सब अदृश्य जहाँ तहाँ फैलती
जीव है कि बेचारा
होनी के बंधन में सर्प सा मचलता है
स्वर्ण हिरण छलता है
मौसम बदलते हैं
विजयपर्व संग लिए
दिशा-दिशा
उत्सव को घर-घर में बिखराते
आस दीप उज़ियारा
दुख के अंधियारे में जगर मगर जलता है
सुख सुहाग पलता है
सब अनिष्ट टलता है(i) निराशाएँ किस प्रकार छा जाती हैं? (1)
(ii) जीव किस बन्धन में और क्यों मचलता है? (2)
(iii) मौसम किस प्रकार बदलते हैं? (1)
(iv) आशा का दीपक बनकर उजियारा क्या करता है? (2)
(v) सुख-सुहाग जीवन को किस प्रकार प्रभावित करता है? (2)
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- Question 6
निर्देशानुसार उत्तर दीजिए –
(i) वह बहुत देर ............. रोता रहा। (अव्यय से वाक्यपूर्ति कीजिए)
(ii) हमें अपनी सभ्यता और संस्कृति पर गर्व है। (समुच्चयबोधक शब्द छाँटिए)
(iii) वह धीरे-धीरे चल रहा था। (क्रियाविशेषण छाँटिए तथा उसका भेद लिखिए)
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- Question 7
निर्देशानुसार उत्तर लिखिए –
(i) छात्र घर पहुँचे। छात्र टी.वी. देखने लगे। (एक सरल वाक्य में बदलिए)
(ii) रामू आ गया। (प्रश्नवाचक वाक्य बनाइए)
(iii) शाम तक ज़रुर आ जाना। (अर्थ के आधार पर वाक्य-भेद बताइए)
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- Question 9
(i) किन्हीं दो पदों का विग्रह कीजिए – (1)
रसोईघर, चौराहा, दिन-रात(ii) नीचे लिखे किन्हीं दो पदों के समस्त पद बनाइए – (1)
शक्ति के अनुसार, माता और पिता, कमल जैसे नयन(iii) 'अंबर' शब्द के दो अर्थ स्पष्ट कीजिए। (1)
- Question 14
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए – (3 + 3 + 3)
(i) सेनानी न होते हुए भी चश्मे वाले को लोग कैप्टन क्यों कहते थे?
(ii) 'एक कहानी यह भी' रचना के आधार पर लेखिका की अपने पिता से वैचारिक टकराहट को अपने शब्दों में लिखिए।
(iii) 'बालगोबिन भगत' की दिनचर्या लोगों के अचरज का कारण क्यों थी?
(iv) 'स्त्रियों की पढ़ाई से अनर्थ होते हैं' कुतर्कवादियों की इस दलील का खंडन द्विवेदी जी ने कैसे किया है? अपने शब्दों में लिखिए।
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- Question 16
'साना साना हाथ जोड़ि' रचना के आधार पर बताइए कि प्राकृतिक सौंदर्य के अलौकिक आनंद में डूबी लेखिका को कौन-कौन से दृश्य झकझोर गए?
अथवा
भोलानाथ अपने साथियों को देखकर सिसकना क्यों भूल जाता है?
- Question 17
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए – (2 + 2 + 2)
(i) दुलारी का टुन्नू से पहली बार परिचय कहाँ और किस रुप में हुआ?
(ii) ''नयी दिल्ली में सब था ..... सिर्फ नाक नहीं थी।" इस कथन के माध्यम से लेखक क्या कहना चाहता है?
(iii) कभी श्वेत तो कभी रंगीन पताकाओं का फहराना किन अलग-अलग अवसरों की ओर संकेत करता है?
(iv) कठोर हृदय समझी जाने वाली दुलारी टुन्नू की मृत्यु पर क्यों विचलित हो उठी?
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