Select Board & Class

Login

Board Paper of Class 10 2007 Hindi (SET 2) - Solutions

(i) इस प्रश्न-पत्र के चार खण्ड हैं क, ख, ग और घ।
(ii) चारों खण्डों के प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
(iii) यथासंभव प्रत्येक खण्ड के उत्तर क्रमश: दीजिए।


  • Question 1

    निम्नलिखित गद्यांश के आधार पर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए –

    ''जहाँ पर हम खड़े हैं, उसके नीचे एक तालाब है। हम लोग तालाब की छत पर खड़े हैं।" मैं अभी दाएँ-बाएँ, उस छिपे हुए तालाब का जायज़ा ले ही रहा था जब वह कहने लगे, "इस ताल में बारिश का पानी इकट्ठा होता रहता है। बरसात के दिनों में छतों पर से गिरने वाला जल सीधा इस ताल में चला जाता है। ऐसे ही बहुत से ताल हमने जगह-जगह बना रखे हैं।"

    इससे पहले कि मैं उनसे कुछ पूछूँ, उन्होंने मेरे चेहरे के भाव से ही मेरे सवाल को समझ लिया होगा। कहने लगे, "इस बारिश के पानी को हम साफ़ कर लेते हैं। उसे पीते हैं, उस पानी से अपनी खेती-बाड़ी करते हैं। राजस्थान की धरती तो जल के लिए तरसती है ना। अब तो ऐसे ही एक सौ दस ताल हमने अपने इस इलाके में जगह-जगह बना रखे हैं। हमारे स्कूलों और सामुदायिक केंद्रों में जल-संरक्षण की व्यवस्था कर दी गई है। यहाँ तिलोनिया में जल के संरक्षण का प्रबंध बहुत पहले कर लिया गया था।"

    "इस संस्थान की स्थापना कब हुई थी? "मैंने पूछा। "1972 में" वह बोले, फिर कुछ याद करते हुए से कहने लगे, "यह वह ज़माना था जब जगह-जगह अनेक युवाजन अपनी पहलकदमी पर कुछ नया कर दिखाना चाहते थे जो देश के विकास के लिए हितकर हो। अनेक स्थानों पर, अपने-अपने विचारानुसार अनेक प्रयोग किए गए। उनमें से एक यह भी था। ऐसी मंडलियाँ, मुख्यत: गाँव को ही केंद्र में रखकर अपने प्रयोग करना चाहती थीं और अक्सर लोग-बाग उनकी खिल्ली उड़ाया करते थे कि पिछड़े हुए गाँवों में जाकर क्या करोगे? यह प्रयोग निश्चय ही सफल हुआ।"

    वह कह रहे थे, "इसका गठन किया था, बंकर राय नाम के एक सुशिक्षित व्यक्ति ने। वे अपने साथ एख टाइपिस्ट और फ़ोटोग्राफ़र को लेकर यहाँ चले आए थे। यही उनकी मंडली थी। यह 1972 की बात है। सरकार से उन्होंने लीज़ पर 45 एकड़ सरकारी ज़मीन ली, साथ में तपेदिक के मरीज़ों के लिए किसी ज़माने में बनाए गए सेनेटोरियम के 21 छोटे-मोटे मकान थे। ज़मीन को एक रूपया महीना के हिसाब से लीज़ पर लिया और अपने संस्थान की स्थापना कर दी। संस्थान का नाम था –सामाजिक कार्य तथा शोध संस्थान (एस.डब्ल्यू.आर.सी.)। उन दिनों तिलोनिया गाँव की आबादी दो हज़ार की रही होगी।"

    मेरे मन में संशय उठने लगे थे। आज के ज़माने में वैज्ञानिक उपकरणों और जानकारी के बल पर ही तरक्की करते हुए नहीं की जा सकती। एक पिछड़े हुए गाँव के लोग अपनी समस्याएँ स्वयं सुलझा लेंगे, यह नामुमकिन था। पर वह सज्जन कहे जा रहे थे - "हमारे पूर्वज रहते आ रहे हैं। पहले ज़माने में भी हमारे लोग अपनी सूझ और पहलकदमी के बल पर ही अपनी दिक्कतें सुलझाते रहे होंगे। ज़रूरत इस बता की है कि हम शताब्दियों की इस परंपरागत जानकारी को नष्ट नहीं होने दें। उसका उपयोग करें।" फिर मुझे समझाते हुए बोले - "हम बाहर की जानकारी से भी पूरा-पूरा लाभ उठाते हैं, पर हम मूलत: स्वावलंबी बनना चाहते हैं, स्वावलंबी, आत्मनिर्भर।"

    वह सज्जन अपने प्रयासों की चर्चा कर रहे थे और मुझे बार-बार गांधी जी के कथन याद आ रहे थे। मैंने गांधी जी का ज़िक्र किया तो वह बड़े उत्साह से बोले - "आपने ठीक ही कहा है। यह संस्थान गांधी जी की मान्यताओं के अनुरूप ही चलता है –सादापन, कर्मठता, अनुशासन, सहभागिता। यहाँ सभी निर्णय मिल बैठकर किए जाते हैं। आत्मनिर्भरता.......।"


    "आत्मनिर्भरता से क्या मतलब?" "आत्मनिर्भरता से मतलब कि ग्रामवासियों की छिपी क्षमताओं को काम में लाया जाए। और गांधी जी के अनुसार ग्रामवासी अपनी अधिकांश बुनियादी ज़रूरत की वस्तुओं का उत्पादन स्वयं करें...।" मैं बड़े ध्यान से सुन रहा था। वह कह रहे थे - "कोई भी काम हाथ में लेने से पहले सभी ग्रामवासियों को प्रतिनिधित्व करने वाली बैठक बुलाई जाती है। ग्रामवासियों की अपनी समिति चुनी जाती है, जिसमें गरीब लोगों तथा महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती है, विशेष रूप से दलित तथा गरीब महिलाओं को। हमारे संस्थान का मूल आशय गाँव की दरिद्र जनता की मूलभूत ज़रूरतों को पूरा करने के लिए परंपरागत जानकारी और व्यावहारिक अनुभव के आधार पर, साझे प्रयासों द्वारा, गाँव की अर्थव्यवस्था का विकास करना है। हमारे बहुत से काम बाहर के विशेषज्ञों और स्थानीय ग्रामवासियों के साझे प्रयास से हुए। पर उनके निर्णय और संचालन में आधारभूत भूमिका स्थानीय ग्रामवासियों की ही रही है......।"

    (i) गाँव में पानी की समस्या किस प्रकार हल की गई? (2)

    (ii) बंकर राय ने संस्थान की स्थापना किस प्रकार की? (2)

    (iii) तिलोनिया में स्थापित संस्थान का उद्देश्य स्पष्ट कीजिए। (2)

    (iv)गाँव के लोगों को किस प्रकार आत्मनिर्भर बनाया जाता है। (2)

    (v) इस गद्यांश का शीर्षक दीजिए। (2)

    (vi) उपरोक्त गद्यांश से दो विशेषण छांटिए। (2)


     

    VIEW SOLUTION


  • Question 2

    निम्नलिखित काव्याशं को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए –
    खुब गए
    दुधिया निगाहों में
    फटी बिवाइयों वाले खुरदरे पैर
    धँस गए
    कुसुम-कोमल मन में
    गुट्ठल घट्ठों वाले कुलिश-कठोर पैर
    दे रहे थे गति
    रबड़-विहीन ठूँठ पैडलों को
    चला रहे थे
    एक नहीं, दो नहीं, तीन-तीन चक्र
    कर रहे थे मात त्रिविक्रम वामन के पुराने पैरों को
    नाप रहे थे धरती का अनहद फासला
    घंटों के हिसाब से ढोए जा रहे थे।
    देर तक टकराए।
    उस दिन इन आँखों से वे पैर
    भूल नहीं पाऊँगा फटी बिवाइयाँ
    खुब गई दूधिया निगाहों में
    धँस गई कुसुम-कोमल मन में

    (i) इन पंक्तियों में कवि किसके खुरदरे पैरों की बात कर रहा है? (1)

    (ii) रिक्शा चालक के पैरों में बिवाइयाँ और घट्ठे क्यों पड़ गए हैं? (1)

    (iii) कवि ने रिक्शा चालक के पैरों की तुलना किससे की है? (2)

    (iv) रिक्शा चालक के खुरदरे पैर त्रिविक्रम वामन को कैसे मात दे रहे थे? (2)

    (v) कवि को क्यों लगता है कि वह रिक्शा चालक के बिवाई पड़े पैरों को भूल नहीं पाएगा? (2)

    अथवा

    बातें –
    हँसी में घुली हुईं
    सौजन्य चंदन में बसी हुईं
    बातें –
    चितवन में घुली हुईं
    व्यंग्य बंधन में कसी हुईं
    बातें –
    उसाँस में झुलसीं
    रोष की आँच में तली हुईं
    बातें –
    चुहल से हुलसीं
    नेह-साँचे में ढली हुईं
    बातें –
    विष की फुहार-सी
    बातें-
    अमृत की धार-सी
    बातें –
    मौत की काली डोर-सी
    बातें –
    जीवन की दूधिया हिलोर-सी
    बातें –
    अचूक वरदान-सी
    बातें –
    घृणित नाबदान-सी
    बातें –
    फल प्रसू, सुशोभन, फूल-सी
    बातें –
    अमंगल, विषगर्भ शूल-सी
    बातें –
    क्या करूँ मैं इनका?
    मान लूँ कैसे इन्हें तिनका?
    बातें –
    साथ नहीं छोड़ेंगी मेरा
    बना लूँ वाहन इन्हें घुटन का, घिन का?
    क्या करूँ मैं इनका?
    बातें –
    साथ नहीं छोड़ेंगी मेरा
    स्तुति करूँ रात की, ज़िक्र न करूँ दिन का?
    क्या करूँ मैं इनका?

    (i)  कवि ने सौजन्य को चन्दन क्यों कहा है? (1)

    (ii) किस प्रकार का हास मनोमालिन्य को धो देता है? (1)

    (iii) हम दृष्टि के माध्यम से कब बोलते हैं? (2)

    (iv) कवि बातों को तुच्छ मानने के लिए तैयार क्यों नहीं है? (2)

    (v) प्रस्तुत कविता में परस्पर विरोधी स्थितियों की ओर संकेत करने वाली पंक्तियों को छाँटकर लिखिए। (2)

    VIEW SOLUTION


  • Question 3

    'नवभारत टाइम्स' नई दिल्ली के संपादक को दीक्षा की ओर से एक पत्र लिखिए, जिसमें सड़क-परिवहन के नियमों की उपेक्षा करने वालों के प्रति पुलिस के ढीले-ढाले रवैये पर चिंता व्यक्त की गई हो।   

    अथवा

    दैनिक समाचार-पत्र के संपादक के नाम एक पत्र लिखिए जिसमें सूखे से जूझते लोगों की कठिनाइयों का वर्णन हो।

    VIEW SOLUTION


  • Question 4

    दिए गए संकेत बिन्दुओं के आधार पर निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए – 

    (क) अवसर को मत खोइए (सुअवसर की पहचान, अवसर का सर्वोत्तम उपयोग, अवसर लौट कर नहीं आता)

    (ख) भोर का सौंदर्य (भोर का सौंदर्य सबसे निराला, भोर के विविध दृश्य, भोर के समय प्रकृति का रुप)

    (ग) परोपकार (परोपकार सबसे श्रेष्ठ धर्म, परोपकार का सुख, परोपकार मनुष्यता की पहचान)

    (घ) दहेज : एक कुप्रथा (दहेज एक निंदनीय प्रथा, दहेज के दुष्परिणाम, दहेज लेना और देना अपराध)

    VIEW SOLUTION


  • Question 5

    निम्नलिखित वाक्यों में रेखांकित पदबंध का प्रकार बताइए –

    (i) शस्त्र कानून के तहत दोषी संजय दत्त को पुन: जेल भेजा गया।

    (ii) लाल बालों वाली लड़की के पिता एक उच्च पुलिस अधिकारी हैं।

    (iii) शहर के प्रत्येक भाग में झंडे लगाए गए थे

    (iv) नीली कमीज़ वाला वह नवयुवक मुझे अभी करोलबाग में मिला था।

    VIEW SOLUTION


  • Question 6

    निर्देशानुसार उत्तर लिखिए  

    (i) जब अविनाश बाबू ने झंडा गाड़ा तब पुलिस ने उनको पकड़ लिया। (वाक्य-प्रकार लिखिए)

    (ii) मोनुमेंट के नीचे झंडा फहराया जाएगा और स्वतंत्रता की प्रतिज्ञा पढ़ी जाएगी। (वाक्य-प्रकार लिखिए)

    (iii) 'दो सौ आदमियों का जलूस विजय चौक में गिरफ़्तार हो गया। (संयुक्त वाक्य में बदलिए)

    (iv) माता जी द्वारा घर का प्रबन्ध अपने हाथ में लेने पर उनके घर में लक्ष्मी आ गई है। (मिश्र वाक्य में बदलिए)

    VIEW SOLUTION


  • Question 7

    निर्देशानुसार उत्तर दीजिए –

    (i) पुरुष + उत्तम (सन्धि कीजिए)

    (ii) सत्याग्रह (सन्धि विच्छेद कीजिए)

    (iii) चन्द्रमौलि (विग्रह कर समास का नाम लिखिए)

    (iv) बालिका प्रतिदिन मन्दिर जाती है। (रेखांकित पद के समास का प्रकार बताइए)

    (v) बेहोश (उपसर्ग बताइए)

    (vi) 'अ' (उपसर्ग से एक शब्द बनाइए)

    (vii) शब्दहीन (प्रत्यय बताइए)

    (viii) ता (प्रत्यय से एक शब्द बनाइए)

    VIEW SOLUTION


  • Question 8

    (क) दिए गए मुहावरों अथवा लोकोक्तियों में से किन्हीं दो को इस प्रकार वाक्यों में प्रयोग कीजिए कि अर्थ स्पष्ट हो जाए – (1 + 1)

    (i) आँखें बिछाना

    (ii) थाली का बैंगन होना

    (iii) अँगूठा दिखाना

    (iv) हाथ कंगन को आरसी क्या

     

    (ख) रिक्त स्थानों की पूर्ति उपयुक्त मुहावरे/लोकोक्ति द्वारा कीजिए –  (1  + 1)

    (i) उसने यदि मुझे धोखा दिया तो मैं उसे ............. दिला दूँगा।

    (ii) अब्दुल कलाम बचपन से ही मेधावी थे। उन्हें देखकर कहा जा सकता था ................

    VIEW SOLUTION


  • Question 9

    (i) निम्नलिखित में से किन्हीं दो के दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए – (2)

        आँख, बादल, समुद्र, सूर्य

    (ii) निम्नलिखित में से किन्हीं दो के विलोम शब्द लिखिए – (1)

         भय, सभ्य, सुखद, मधुर

    (iii) निम्नलिखित में से किसी एक शब्द से दो अलग-अलग अर्थ देने वाले वाक्य बनाइए – (1)

          सोना, भाव

    VIEW SOLUTION


  • Question 10

    निम्नलिखित में से किसी एक को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
    (क) जब मैं था तब हरि नहीं, अब हरि हैं मैं नाँहि।
         सब अँधियारा मिटि गया, जब दीपक देख्या माँहि।।

    (i) कवि और कविता का नाम लिखिए। (1)

    (ii) 'अँधियारा' तथा 'दीपक' शब्द का वास्तविक अर्थ स्पष्ट कीजिए। (1)

    (iii) इस दोहे का भाव स्पष्ट कीजिए। (2)

    (iv) 'जब मैं था तब हरि नहीं' का आशय स्पष्ट कीजिए। (2)

    अथवा

    (ख) बतरस–लालच लाल की मुरली धरी लुकाइ।
         सौंह करैं भौंहनु हँसै, दैन कहैं नटि जाइ।।

    (i) कवि और कविता का नाम लिखिए। (1)

    (ii) 'लाल' तथा 'नटि जाइ' शब्दों का अर्थ लिखिए। (2)

    (iii) राधा ने श्रीकृष्ण की मुरली क्यों छुपा दी? (2)

    (iv) प्रथम पंक्ति में किस अलंकार का प्रयोग किया गया है? (1)

    VIEW SOLUTION


  • Question 11

    निम्नलिखित में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लिखिए – (3 + 3 + 3)

    (i) पावस ऋतु में प्रकृति में कौन-कौन से परिवर्तन आते हैं? कविता के आधार पर स्पष्ट कीजिए।

    (ii) 'आत्मत्राण' कविता में कवि सहायक के न मिलने पर क्या प्रार्थना करता है?

    (iii) कवि ने कैसी मृत्यु को सुमृत्यु कहा है?

    (iv) 'कर चले हम फिदा' कविता में कवि ने किस काफिले को आगे बढ़ाते रहने की बात कही है?

    VIEW SOLUTION


  • Question 12

    (i) 'मनुष्य मात्र बंधु है' से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए। (3)

    (ii) 'सर हिमालय का हमने न झुकने दिया' इस पंक्ति में हिमालय किस बात का प्रतीक है? (2)

    VIEW SOLUTION


  • Question 13

    निम्नलिखित गद्यांशों में से किसी एक गद्यांश के नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए –

    (क) तताँरा लहूलुहान हो चुका था... वह अचेत होने लगा और कुछ देर बाद उसे होश नहीं रहा। वह कटे हुए द्वीप के अंतिम भूखंड पर पड़ा हुआ था जो कि दूसरे हिस्से से संयोगवश जुड़ा था। बहता हुआ तताँरा कहाँ पहुँचा, बाद में उसका क्या हुआ कोई नहीं जानता। इधर वामीरो पागल हो उठी। वह हर समय तताँरा को खोजती हुई उसी जगह पहुँचती और घंटों बैठी रहती। उसने खाना-पीना छोड़ दिया। परिवार से वह एक तरह विलग हो गई। लोगों ने उसे ढूँढने की बहुत कोशिश की किंतु कोई सुराग न मिल सका।

    आज न तताँरा है न वामीरो किंतु उनकी यह प्रेमकथा घर-घर में सुनाई जाती है। निकोबारियों का मत है कि तताँरा की तलवार से कार-निकोबार के जो टुकड़े हुए, उसमें दूसरा लिटिल अंदमान है जो कार-निकोबार से आज 96 कि.मी. दूर स्थित है। निकोबारी इस घटना के बाद दूसरे गाँवों में भी आपसी वैवाहिक संबंध करने लगे। तताँरा वामीरो की त्यागमयी मृत्यु शायद इसी सुखद परिवर्तन के लिए थी।

    (i) तताँरा अचेत क्यों हो गया? (2)

    (ii) तताँरा के समुद्र में बह जाने के पश्चात् वामीरो की स्थिति का वर्णन कीजिए? (2)

    (iii) किस घटना के पश्चात् निकोबारी लोग दूसरे गाँवों में वैवाहिक सम्बन्ध करने लगे? (2)

     अथवा

    (ख) चाय तैयार हुई। उसने वह प्यालों में भरी। फिर वे प्याले हमारे सामने रख दिए गए। वहाँ हम तीन मित्र ही थे। इस विधि में शांति मुख्य बात होती है। इसलिए वहाँ तीन से अधिक आदमियों को प्रवेश नहीं दिया जाता। प्याले में दो घूँट से अधिक चाय नहीं थी। हम ओठों से प्याला लगाकर एक-एक बूँद चाय पीते रहे। करीब डेढ़ घंटे तक चुसकियों का यह सिलसिला चलता रहा।

    पहले दस–पंद्रह मिनट तो मैं उलझन में पड़ा। फिर देखा, दिमाग की रफ़्तार धीरे–धीरे धीमी पड़ती जा रही है। थोड़ी देर में बिलकुल बंद भी हो गई। मुझे लगा, मानो अनंतकाल में मैं जी रहा हूँ। यहाँ तक कि सन्नाटा भी मुझे सुनाई देना लगा।

    अकसर हम या तो गुज़रे हुए दिनों की खट्ठी-मीठी यादों में उलझे रहते हैं या भविष्य के रंगीन सपने देखते रहते हैं। हम या तो भूतकाल में रहते हैं या भविष्यकाल में। असल में दोनों काल मिथ्या हैं। एक चला गया है, दूसरा आया नहीं है। हमारे सामने जो वर्तमान क्षण है, वही सत्य है। उसी में जीना चाहिए। चाय पीते-पीते उस दिन मेरे दिमाग से भूत और भविष्य दोनों काल उड़ गए थे। केवल वर्तमान क्षण सामने था। और वह अनंतकाल जितना विस्तृत था।

    जीना किसे कहते हैं, उस दिन मालूम हुआ।

    झेन परंपरा की यह बड़ी देन मिली है जापानियों को!

    (i) जापान में चाय पीने के स्थान पर तीन से अधिक व्यक्तियों को प्रवेश क्यों नहीं दिया जाता? (2)

    (ii) जापानी ढंग से चाय पीने का व्यक्ति के मस्तिष्क पर क्या प्रभाव पड़ता है? (2)

    (iii) लेखक वर्तमान क्षण को सत्य क्यों मानता है? (2)

    VIEW SOLUTION


  • Question 14

    निम्नलिखित में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लिखिए – (3 + 3 + 3)

    (i) बड़े भाई की स्वभावगत विशेषताएँ बताइए?

    (ii) विद्यार्थी संघ के मंत्री अविनाश बाबू के झंडा गाड़ने पर क्या प्रतिक्रिया हुई?

    (iii) फिल्म 'श्री 420' के गीत 'रातें दसों दिशाओं से कहेंगी अपनी कहानियां' पर संगीतकार जय किशन ने आपत्ति क्यों की?

    (iv) किसी कील-वील से उँगली छील ली होगी—ऐसा ओचुमेलॉव ने क्यों कहा?

    VIEW SOLUTION


  • Question 15

    (i) वामीरो ने तताँरा को बेरुखी से क्या जवाब दिया? (3)

    (ii) वज़ीर अली ने कंपनी के वकील का कत्ल क्यों किया? (2)

    VIEW SOLUTION


  • Question 16

    निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लिखिए –

    (i) कथावाचक और हरिहर काका के बीच क्या सम्बन्ध है और इसके क्या कारण हैं?

    (ii) हैडमास्टर शर्मा जी ने पीटी साहब को क्यों मुअत्तल कर दिया?

    VIEW SOLUTION


  • Question 17

    निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए – (2 + 2 + 2)

    (i) यदि आपके पास हरिहर काका जैसी हालत में कोई हो तो आप उसकी किस प्रकार मदद करेंगे?

    (ii) हरिहर काका अपनी ज़िंदगी के शेष दिन बिलकुल मौन होकर क्यों व्यतीत कर रहे थे?

    (iii) लेखक अपने छात्र जीवन में स्कूल से छुट्टियों में मिले काम को पूरा करने के लिए क्या-क्या योजनाएँ बनाया करता था और उसे पूरा न कर पाने की स्थिति में किस भाँति 'बहादुर' बनने की कल्पना किया करता था?

    (iv) इफ़्फ़न की दादी के मायके का घर कस्टोडियन में क्यों चला गया?

    VIEW SOLUTION
More Board Paper Solutions for Class 10 Hindi
What are you looking for?

Syllabus